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राम राम सा। .
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जवाई बांध अपडेट : पानी की आवक धीमी , 11 में से सिर्फ 3 गेट खुले है , गेज 59

29 जुलाई 2017 : जवाईबांध ( सुमेरपुर )  जिले में भारी बारिश के बाद कल शाम तक जवाईबांध के 13 में से 11 गेट खोले गए थे।  1963 के बाद पहले बार 10 वा  गेट खोला गया। 54 बाद जवाईबांध में इतनी पानी की आवक हुयी है।  बांध से निकलने वाली जवाई नदी जालोर जिले के कई गावो को प्रभावित करती है।  कल रात भर प्रशासन लोगो को अलर्ट करता रहा।  निचले इलाको के गावों को खाली करवाया गया।  मध्य रात्रि में पानी की आवक धीमी पड़ने के बाद 7 गेट बंद किये गए , जिससे जालोर जिले वासियों को थोड़ी सी राहत मिली। ताजा जानकारी के अनुसार अभी 11 मेसे 3 गेट खुले है। #जवाईबांध #jawaiBandh #rajasthanRain 

8 फुट की गणपति प्रतिमा , 1008 लड्डुओं का लगता हे भोग

घाणेराव  । कस्बे की ऐतिहासिक मन्दिर रिद्धि सिद्धि गणपति मन्दिर मे गणेश चर्तुर्थि स्थापना दिवस पर 8 फुट की गणपति  प्रतिमा जो रिद्धि सिद्धि सहित पुरे भारत मे विख्यात हे  क्योकि रिद्धि सिद्धि सहित गणपति  प्राचीन मन्दिर के नाम से  विख्यात हे। जहा पर 1008 लड्डुओं का भोग लगया हे वही यहा पर कुँवारे युवक युवतियां मन्नत मागने पर उनकी मन्नत जल्द पूरी होती हे । गजेन्द्र पूरी रिद्धि सिद्धि गणपति मन्दिर के पुजारी ने जानकारी देते हुए बताया की  रिद्धि सिद्धि गणपति मन्दिर सदियो पुराना मन्दिर हे यहा पर जोधपुर दरबार जसवंत सिंह के समय पर  सन्त मोतिगिरि ने तपस्या कर योग सिद्धि के चमत्कार से जोधपुर से यहा प्रतिमा लाई गई जो विशेषता की बात यह हे की यह प्रतिमा मानव कद 8फुट की रिद्धि सिद्धि सहित गणपति की प्रतिमा हे जो ऐसी जो  पुरे राजस्थान मे ऐसी प्रतिमा कही नही हे।सगमरमर के पत्थर पे काबुली कारीगरों के द्वारा तरासा गया हे ।जोधपुर दरबार जसवंत सिंह के राज दरबार के समय से इस मन्दिर को गुरु द्वारे के रूप में नाम मिला ।इस प्राचीन मन्दिर को 2006 के करीब तारा चन्द देसूरी ने...

कलियुग का हुनमान ...

कलियुग का हुनमान । मेरठ में हुई एक युवक की मौत का गम बांटने पहुँचे बंदर की उपस्थिति वहाँ सभी को हैरान कर गयी। मृतक के साथ उस बंदर ने ऐसा व्यवहार किया कि मानों वह मृतक का बहुत करीबी रहा हो। बंदर के हाव- भाव, प्रतिक्रिया और हरकतें बिल्कुल इंसानों जैसी थी। एनएएस कालेज में वरिष्ठ लिपिक सुरेंद्र सिंह 86/3 शास्त्री नगर में रहते हैं। सुरेंद्र सिंह का बड़ा बेटा सुनील तोमर (31) तीस हजारी कोर्ट दिल्ली में वकील था। कैंसर की बीमारी से सुनील की शुक्रवार रात दिल्ली में मृत्यु हो गई। परिजन शनिवार सुबह करीब साढ़े चार बजे उसका शव लेकर घर पहुंचे। घर पहुंचने के बाद जब परिजन और आसपास के लोग गमगीन माहौल में अंतिम यात्रा की तैयारी में जुटे थे। तभी करीब पांच बजे एक बंदर भीड़ के बीच से होकर शव के पास जा बैठा। बंदर ने पहले सुनील के पैरों को छुआ और फिर उसके सिर के पास जाकर बैठ गया। जब शव को स्नान कराया गया तो इस बंदर ने भी एक व्यक्ति के हाथ से लोटा लेकर पानी शव के ऊपर डाला। ---शवयात्रा में भी हुआ शामिल... शवयात्रा में शामिल होते हुए बंदर सूरजकुंड स्थित शमशान घाट तक जा पहुंचा। उसने चिता पर लकड़...